Amazing Facts About Life In Ocean || समुद्री जीवन का अनदेखा रहश्य
आज भी इस धरती पर 70 प्रतिशत से अधिक जल है। मानव आबादी धरती के मात्र 20 से 25 प्रतिशत हिस्से पर रहती है| उसमें भी अधिकतर जंगल, रेगिस्तान, पहाड़ और नदियां हैं।
ऐसे में समुद्र के 70 से 75 प्रतिशत हिस्सों को तो अभी मानव संपूर्ण रूप से देख भी नहीं पाया है।
प्राचीनकाल से लोग सागर की यात्रा करने और इसके रहस्यों को जानने की कोशिश में लगे हुए हैं।
वैज्ञानिकों का अनुमान है कि समुद्र का जन्म आज से लगभग पचास करोड़ से 100 करोड़ वर्षों के बीच हुआ होगा
दरअसल, धरती के विशालकाय गड्ढ़े पानी से कैसे भर गए यह अनुमान लगाना मुश्किल है।
दूसरी ओर इतने विशालकाय गड्ढे कैसे bana यह भी एक बड़ा सवाल है।
वैज्ञानिक ka kahna हैं कि जब पृथ्वी का जन्म हुआ तो वह आग का एक गोला थी।
जब पृथ्वी धीरे-धीरे ठंडी होने लगी to उसके चारों तरफ गैस के बादल फैल गए।
ठंडे होने पर ये बादल काफी भारी हो गए और उनसे लगातार मूसलाधार वर्षा होने लगी।
लाखों साल तक ऐसा होता रहा। पानी से भरे धरती की सतह के ये विशाल गङ्ढे ही बाद में समुद्र कहलाए।
samudra mein 2 tarah k jeev paye jate hain.
यहां एक or जहां विशालकाय व्हेल है तो दूसरी और आंखों से न दिखाई देने वाली मछलियां या जीव भी अपना जीवन जी रहे हैं। आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि ब्लू व्हेल की जीभ का वजन ही हाथी के बराबर है। महासागर में मौजूद सबसे छोटा जीव प्लैंकटन है। वैज्ञानिक कहते हैं कि समुद्र में जीव-जंतुओं की 2 लाख से अधिक प्रजातियां payi jati hai. बैक्टीरिया की 35 हजार प्रजातियां, वायरस की 5 हजार और एक कोशिकीय पौधों की करीब डेढ़ लाख नई प्रजातियां खोजी गई हैं। विशालकाय व्हेल, डरावनी शक्लों वाले ड्रैगन जैसी दिखने वाली मछलियां, चमकीली मछलियां, लैंप जैसी आंखों वाली मछलियां, करीब 1 मीटर चौड़ी जेली फिश, स्टार फिश, पारदर्शी मछली, रंग बदलने वाली मछलियां आदि हजारों मछली की प्रजातियां हैं।
मछली को समुद्र का प्रमुख जीव माना जाता है। समुद्र मछलियों से भरा पड़ा है। हालांकि समुद्र में विशालकाय समुद्री सांप की लाखों प्रजातियां रहती है। जैसे ki हालिफैक्स , मानेड, ग्लॉस्टर ओलाउस. समुद्र भयानक सूंडों वाले तरह-तरह के ऑक्टोपस, विशालकाय अनाकोंडा और भयानक जहरीले सर्पों से भरा hua है । इसके अलावा समुद्र में हजारों किस्म के बैक्टीरिया, कीड़े-मकोड़े, केकड़े और झींगों की संख्या करोड़ों में hai,जो समुद्र की गहराइयों में पाए जाते हैं।
इसके अलावा कमल जैसे दिखने वाले रेंगते फूल, ब्लड रेड समुद्र फेनी (स्विड), रेंगने और कई भुजाओं वाले पौधे, कोरल और लाखों तरह k paudhe पाई जाती हैं। samudra के अन्य मानव उपयोगों में व्यापार, यात्रा, खनिज , बिजली उत्पादन और नौसैनिक युद्ध शामिल हैं, वहीं आनंद के लिए की गई गतिविधियों जैसे कि तैराकी, नौकायन और स्कूबा डाइविंग hai. इसके अलावा समुद्र के भीतर शंख, मोदी, मूंगा, तेल, गैस, सीपी, शैवाल,आदि हजारों ऐसी वस्तुएं पाई जाती है जिसका upyog मानव dwara kiya jata hai.
धरती पर सबसे ऊंचा पर्वत माउंट एवरेस्ट है, जो नेपाल-भारत-तिब्बत सीमा पर है और इसकी चोटी समुद्र तल (लेवल) से 8,850 मीटर ऊंची है। लेकिन समुद्र के भीतर इससे भी ऊंचा एक पर्वत है जिसे मौना कीआ माउंटेन कहते हैं। मौना कीआ माउंटेन (संयुक्त राज्य अमेरिका) के नजदीक प्रशांत महासागर का एक हिस्सा है | वास्तव में यह माउंटेन एक विशाल द्वीप है जिसका आधार समुद्र के तल से बहुत नीचे है। समुद्र तल से मौना कीआ की ऊंचाई 4,205 मीटर है। इसी तरह समुद्र में हजारों छोटे और बड़े पर्वत पाए जाते हैं।
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